भारत में SUVs की बढ़ती लोकप्रियता
पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय ऑटो उद्योग में SUVs की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है। 2025 में, SUVs अब ग्राहकों की प्राथमिकता बन गई हैं, जबकि छोटे हैचबैक मॉडल धीरे-धीरे पीछे हट रहे हैं। यह परिवर्तन दर्शाता है कि भारतीय ग्राहक अब प्रीमियम वाहनों की ओर बढ़ रहे हैं, जो आराम और सुविधाओं से भरे हुए हैं।
हैचबैक से SUVs की ओर बदलाव
SOIC रिसर्च की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हैचबैक मॉडल पिछले पांच वर्षों में लगातार कमज़ोर होते जा रहे हैं। रिपोर्ट बताती है कि SUVs अब देश में बेचे जाने वाले सभी पैसेंजर वाहनों का लगभग आधा हिस्सा बनाते हैं। FY2018-19 से FY2023-24 के बीच आंकड़ों के अनुसार, हैचबैक की बिक्री में कमी आई है, जबकि एंट्री-लेवल और प्रीमियम SUVs की बिक्री में तेज़ी से वृद्धि हुई है।
महिंद्रा और SUVs का भविष्य
महिंद्रा ग्रुप के MD & CEO, डॉ. अनिश शाह ने स्पष्ट किया कि कंपनी अब हैचबैक और छोटे SUVs का निर्माण नहीं करने का निर्णय ले चुकी है। यह निर्णय इस बात का संकेत है कि महिंद्रा SUVs पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो ग्राहकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।
बिक्री में वृद्धि के आंकड़े
2024 में SUVs की बिक्री में 23 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई, जबकि हैचबैक की बिक्री में 17 प्रतिशत की कमी आई। वर्तमान में, SUVs का भारतीय बाजार में 52 प्रतिशत का शेयर है, जबकि हैचबैक केवल 26 प्रतिशत पर हैं, जो कि पिछले दो दशकों में उनका सबसे कमजोर प्रदर्शन है।
ग्राहक की प्राथमिकताओं में बदलाव
मारुति सुजुकी के चेयरमैन R.C. भार्गव ने बताया कि भारतीय ग्राहक छोटे वाहनों से ऊपरी श्रेणी के वाहनों की ओर बढ़ रहे हैं। उनका मानना है कि SUVs की बिक्री में आने वाले वर्षों में और तेजी आएगी।
आराम, लक्जरी और स्पेस की मांग
ग्राहकों की प्राथमिकताओं में यह बदलाव स्पष्ट रूप से दिख रहा है। लोग अब आराम, लक्जरी और स्पेस को प्राथमिकता दे रहे हैं, जो SUVs में अधिक उपलब्ध हैं। यह बदलाव न केवल डिज़ाइन में, बल्कि फीचर्स और आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज़ में भी देखा जा सकता है।
आर्थिक दबाव और हैचबैक का भविष्य
हालांकि, हैचबैक सेगमेंट आर्थिक दबावों के कारण प्रभावित हो रहा है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि हैचबैक की बिक्री में कुछ चक्रीय उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, लेकिन दीर्घकालिक प्रवृत्ति SUVs के पक्ष में है।
निष्कर्ष
अंत में, यह स्पष्ट है कि भारतीय बाजार में SUVs की बढ़ती लोकप्रियता का मुख्य कारण ग्राहकों की बदलती प्राथमिकताएँ हैं। आराम, सुविधाएँ और प्रीमियम अनुभव की तलाश में, ग्राहक अब SUVs की ओर बढ़ रहे हैं, जो कि भारतीय ऑटो उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
Disclaimer: यह जानकारी विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित री-राइट है। निवेश/खरीद से पहले अपनी रिसर्च करें।
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